Email Kya Hai [ ईमेल आईडी Super Illusive ]

Email Kya Hai [ ईमेल आईडी Super Illusive ]

ईमेल क्या है | ईमेल आईडी क्या है | email kya hai | email id kya hoti hai | email ke prakar | ईमेल किसे कहते है | ईमेल की उपयोगिता | ईमेल की विशेषताएं | ईमेल के फायदे

दोस्तों अगर आप कोई भी Smart Phone जैसे की Android या iPhone यूज़ करते है तो आपको ईमेल नाम की बला से ज़रूर पाला पड़ा होगा। क्योंकि मोबाइल फोन को इस्तेमाल करने के लिए हमें फोन नंबर और ईमेल अकाउंट के द्वारा अपने आप को रजिस्टर करना होता है।

अगर हम अपनी ईमेल आईडी के द्वारा फोन में साइनअप नहीं करेंगे तो हमें कोई भी ऐप इंस्टॉल करने या उसे इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं मिलेगी। ठीक वैसे ही जब हम इंटरनेट को इस्तेमाल करते हैं तब हमें एक वर्चुअल आईडी की जरूरत पड़ती है जिसके द्वारा हम इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से एक दूसरे के साथ बातचीत कर सकते हैं।

तो इन सभी बातों से यह तो साफ हो गया है कि इंटरनेट की दुनिया में एक आईपी ऐड्रेस से दूसरे आईपी एड्रेस तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हमें ईमेल का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन आखिर यह ईमेल क्या है? ईमेल आईडी क्या होती है? इन सभी के बारे में हम डिटेल में जानेंगे।

और मैं उम्मीद करता हूं कि आज इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपके ईमेल आईडी से रिलेटेड तथा ईमेल से रिलेटेड सभी क्वेश्चन के आंसर मिल जाएंगे।

ईमेल क्या है? [ Email Kya Hai ]

दोस्तों पुराने समय में जब कभी हमें अपने दोस्तों या रिश्तेदारों से बात करनी होती थी तो उसके लिए हम एक खत लिखते थे और उसे किसी दूसरे व्यक्ति या किसी माध्यम के द्वारा अपने दोस्त के पास पहुंच जाते थे। इस तरह पत्र पर अपनी बात लिख कर हम विचारों का आदान प्रदान करते थे।

लेकिन आज के समय टेक्नोलॉजी ने इन सब चीजों को बदल दिया है। आज के समय में हमें अपने दोस्तों तथा रिश्तेदारों या किसी व्यक्ति विशेष से बात करने के लिए उसे पत्र लिखने की आवश्यकता नहीं है। हम केवल एक इलेक्ट्रॉनिक ईमेल के माध्यम से अपनी बात उस तक पहुंचा सकते हैं। और वह भी हमें रिप्लाई करके हमारी बात का जवाब दे सकता है।

ईमेल सूचनाओं का आदान प्रदान करने का एक इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है। जिसके द्वारा हम किसी व्यक्ति को कुछ सेकेंड के अंदर ही अपनी बात पहुंचा सकते हैं तथा उसके बाद को रिसीव कर सकते हैं।

ईमेल भेजने के लिए हमें अपनी एक ईमेल आईडी की जरूरत होती है। तथा जिस व्यक्ति को हम ईमेल भेजना चाहते हैं। उसकी भी ईमेल आईडी हमारे पास होनी चाहिए। यह ठीक वैसे ही है। जैसे हमें किसी व्यक्ति से फोन पर बात करने के लिए सामने वाले व्यक्ति का फोन नंबर तथा अपना फोन दोनों की आवश्यकता होती है।

Email की Full Form

ई-मेल की फुल फॉर्म होती है इलेक्ट्रॉनिक मेल। या दूसरे शब्दों में रहे तो डिजिटल तरीके से भेजा गया संदेश ईमेल कहलाता है। Email की Full Form Electronic Mail है।

Email ID kya hai

दोस्तों आपने Voter ID या Pen Card के बारे में ज़रूर सुना होगा। यह सभी हमारी नेशनल आईडी होती हैं इनके द्वारा हम अपना आईडेंटिटी या पहचान तथा एड्रेस को वेरीफाई कर आते हैं। यह एक यूनिक कोड होता है जो कि एक व्यक्ति को एक ही दिया जाता है।

ठीक वैसे ही इंटरनेट की दुनिया में हमें अपनी एक वर्चुअल पहचान बनाने के लिए या यूं कहें कि संदेश भेजने और रिसीव करने के लिए एक आईडी बनानी होती है। वह आईडी जिस पर हम ईमेल ग्रहण कर सकते हैं तथा दूसरों को ईमेल भेज सकते हैं ईमेल आईडी कहलाती है।

ईमेल आईडी दो चीजों से मिलकर बनती है जिसमें से पहला होता है यूजरनेम और दूसरा होता है डोमेन नेम।

email kya hai ईमेल क्या है
email kya hai

उदाहरण के लिए हमने आपको example@gmail.com दिखाया है। यहाँ पर example हमारे ईमेल का यूज़र नेम है। और gmail.com डोमेन नेम है। दरसल यह ईमेल आईडी जीमेल पर बनायी गयी है इसलिए इसमें जीमेल डोमेन आया है।

यदि आप इसको किसी दूसरे प्लाट्फ़ोर्म जैसे Outlook या Yahoo पर बनाएँगे तो बहाँ पर yahoo.com या outlook.com आएगा। जब हम username को domain name के साथ connect कर देते है तो email ऐड्रेस बन जाता है।

जैसे example@gmail.com, example@yahoo.com etc. ऐसे कई और website है जो ईमेल अकाउंट प्रवाइड कराते है।

ईमेल की उपयोगिता ( Use of Email )

  • ईमेल के माध्यम से आप किसी को भी टेक्स्ट मैसेज भेज सकते हैं।
  • ईमेल के द्वारा आप ऑडियो, वीडियो, इमेज, तथा किसी भी प्रकार का अटैचमेंट सेंड कर सकते हैं।
  • इंटरनेट की दुनिया में ईमेल अकाउंट होने से हमारी प्रोफेशनल पहचान बढ़ती है।

और पढ़े: ईमेल आईडी कैसे बनाए

ईमेल किसने बनाई है?

दोस्तों आज के समय में हमें जब भी किसी को कोई इंफॉर्मेशन भेज दी होती है तो हम ईमेल के माध्यम से भेज देते हैं। और ठीक वैसे ही अगर हमें किसी से कोई जानकारी लेनी होती है तो हम उसे कहते हैं कि हमें ईमेल कर देना मैं सारी जानकारी चेक कर लूंगा।

परंतु क्या आप जानते हैं कि ईमेल आईडी किसने बनाई थी सबसे पहले ईमेल का आविष्कार किसने किया था? अगर आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं हम आपको बताएंगे।

ईमेल का आविष्कार सर्वप्रथम रे टॉमलिंसन ने सन 1972 किया था। रे टॉमलिंसन एक जाने-माने कंप्यूटर इंजीनियर थे। जिन्होंने 1971 में सबसे पहले 2 कंप्यूटरों के बीच एक मैसेज को साझा किया था।

इन्होंने ही सबसे पहले यूजर नेम तथा डोमेन नेम को जोड़ने के लिए @ का इस्तेमाल किया था। और तब से ही यह एक स्टैंडर्ड बन गया है कि हमें ईमेल आईडी में @ का इस्तेमाल करना कंपलसरी है।

ईमेल कैसे काम करता है?

email id kya hai

ईमेल इंटर्नेट server की मदद से संदेश का आदान प्रदान करता है।

  • ईमेल भेजने बाला ब्यक्ति अपनी email id ओपन करके उसमें message लिखता है। और उसको दूसरे इंसान की email id पर सेंड कर देता है।
  • जैसे सेंड का बटन दबाया जाता है ईमेल आईडी के द्वारा मेसिज server पर सेंड कर दिया जाता है।
  • server इस मेसिज को रिसीवर ब्यक्ति की ईमेल सर्वर पर सेंड कर देता है।
  • और जब भी वह रिसीवर अपना ईमेल खोलता है उसको ईमेल मिल जाता है।

अगर ईमेल भेजने बाले तथा रिसीव करने बाले दोनो व्यक्तियों की आईडी gmail.com पर की बनी हुई है तो यहां पर एक ही सरवर होता है और ईमेल सीधे रिसीवर के इनबॉक्स में पहुंच जाता है।

परंतु यदि भेजने वाले व्यक्ति की ईमेल आईडी gmail.com पर बनी है तथा मैसेज या संदेश रिसीव करने वाले व्यक्ति की ईमेल आईडी yahoo.com पर बनी हुई है तो यहां पर सबसे पहले मैसेज gmail.com के सर्वर पर जाएगा और वहां से उस मैसेज को yahoo.com के सर्वर पर ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

इसके बाद yahoo.com अपने यूजर की इनबॉक्स में एक नोटिफिकेशन भेज देगा और रिसीवर उस मैसेज को खोलकर पड़ सकता है।

ईमेल भेजना तथा रिसीव करना दोनों ही फ्री होते हैं इनमें किसी प्रकार का कोई पैसा देने की जरूरत नहीं है। गूगल हमें एक जीमेल अकाउंट में लगभग 15 जीबी डाटा स्टोर करने का फ्री में सुविधा उपलब्ध कराता है।

जब हम किसी व्यक्ति को कोई मैसेज भेजते हैं। तो उसमें ज्यादा ज्यादा एक या 2 केवी या कभी-कभी 1 या 2 एमबी का ही डाटा रहता है। और इस प्रकार हम कई सालों के इस्तेमाल के बाद भी 15gb को पूर्ण रूप से यूटिलाइज नहीं कर सकते हैं।

इसके बाद भी यदि आपको जीमेल अकाउंट का और ज्यादा इस्तेमाल करना है तब आप 15gb स्पेस को पैसे देकर कुछ और भी बढ़ा सकते हैं।

ईमेल के फायदे

  • बहुत कम समय में हम अपने चाहने वालों को संदेश भेज सकते हैं और उनका संदेश रिसीव भी कर सकते हैं।
  • ईमेल बहुत ज्यादा सुरक्षित माना जाता है इसमें हमारी इंफॉर्मेशन चोरी होने के चांस बहुत कम होते हैं।
  • कोई भी तीसरा व्यक्ति बिना हमारी परमिशन के हमारा मैसेज नहीं देख सकता है। यहां पर भेजे जाने वाले सभी मैसेज गोपनीय होते हैं।

ईमेल भेजने तथा रिसीव करने की कुछ महत्वपूर्ण और आवश्यक जानकारी

दोस्त जब हम किसी व्यक्ति को ईमेल भेजते हैं। या ईमेल रिसीव करते हैं तो हमें कई सारी नई चीजें देखने को मिलती हैं उनके बारे में हम बता रहे हैं। जब हम किसी व्यक्ति को ईमेल भेजने के लिए कंपोज के बटन पर क्लिक करते हैं तो हमारे सामने कुछ इस प्रकार का इंटरफेस नजर आता है।

अब हम आपको यहां पर इस्तेमाल होने वाले To, Cc, Bcc, Subject के बारे में बतायेंगे।

ईमेल क्या है Email Kya hai

To: यहाँ पर हम उस इंसान की ईमेल आईडी लिखते हैं जिसे हम मैसेज भेजना चाहते हैं। अगर आप एक से ज्यादा व्यक्तियों को यह मैसेज भेजना चाहते हैं तो यहां पर उन दोनों की ईमेल आईडी टाइप करनी होंगी लेकिन ध्यान रहे उनके बीच में कोमा जरूर लगा देना है।

To example@gmail.com
To example1@gmail.com, example2@gmail.com

अगर आप यहां पर और ज्यादा लोगों को एक साथ ईमेल भेजना चाहते हैं तो उन सभी की ईमेल आईडी को इसी प्रकार से टाइप करते चले जाएं। और आप एक बार में ही उन सभी को मैसेज भेज सकते हैं।

Cc: इसका पूरा नाम कार्बन कॉपी होता है। यहां पर हम उस आदमी की ईमेल आईडी लिखते हैं जिसे हम डायरेक्टली ईमेल नहीं भेज रहे हैं लेकिन वह व्यक्ति हमारी ई-मेल पर नजर रख सकता है।

मान लीजिए आप ही कंपनी में जॉब करते हैं और आपने अपने रिपोर्टिंग मैनेजर को एक ईमेल भेजा है। अगर आप चाहे तो कार्बन कॉपी में अपने सीईओ या किसी दूसरे बड़े अधिकारी को भी यह ईमेल भेज सकते हैं।

जिससे उस व्यक्ति के उस अधिकारी को यह पता रहेगा कि हां आपने उस व्यक्ति को अपने सीनियर को ईमेल भेजा है। लेकिन यहां पर खास बात यह है कि जिस व्यक्ति को हम कार्बन कॉपी के द्वारा ईमेल भेजेंगे यह बात हमारे To या सभी ईमेल उपभोक्ताओं को मिल जाएगी।

Bcc: इसे हम ब्लाइंड कार्बन कॉपी के नाम से भी जानते हैं। इसका काम एक तरीके से कार्बन कॉपी की तरह ही है। लेकिन यहां पर फर्क बस इतना है कि हम जिस व्यक्ति को Bcc मैं अटैच करेंगे उसकी जानकारी किसी को भी नहीं मिलेगी।

मान लीजिए कंपनी के एक दूसरे को ईमेल भेजा है। ब्लाइंड कार्बन कॉपी में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर को भी ऐड कर लिया है। तो अब कंपनी के दूसरे को यह पता नहीं चलेगा कि यह ईमेल किन किन लोगों के बीच में साझा किया गया है।

Subject: सब्जेक्ट के अंतर्गत हम अपना संदेश या मैसेज टाइप करते हैं। इसके अंदर में जानकारी लिखते हैं जो हम सामने वाले व्यक्ति को देना चाहते हैं। यदि आप किसी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो अपना बायोडाटा के बारे में लिखना है।

ईमेल की विशेषताएं

  • ईमेल अकाउंट फ्री में बनाया जा सकता है।
  • ईमेल अकाउंट को इस्तेमाल करने के लिए हमसे किसी भी प्रकार का कोई पैसा चार्ज नहीं किया जाता है।
  • यहां पर आप कुछ सेकेंड के अंदर ही किसी भी व्यक्ति को संदेश भेज सकते हैं तथा उस का संदेश प्राप्त भी कर सकते हैं।
  • ईमेल के माध्यम से संदेश भेजना तथा प्राप्त करना बहुत ही सुरक्षित माना जाता है क्योंकि इसमें टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का प्रोसेस लगता है।
  • ईमेल के सर्वर पर हम अपना डाटा फ्री में होस्ट कर सकते हैं।
  • यदि हम एक से ज्यादा व्यक्ति को एक ही मैसेज भेजना है तो हमें उसे बार-बार लिखने की जरूरत नहीं है। हम एक साथ कई लोगों को एक जैसा मैसेज भेज सकते हैं।
  • ई-मेल का इस्तेमाल करने के लिए हमें एक इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता होती है।

Keeps Record: ईमेल एड्रेस की सबसे खास बात यह है कि यहां पर हर एक चीज का रिकॉर्ड रखा जाता है। माली जी आपने किसी को कोई इंफॉर्मेशन भेजी है। वह इंफॉर्मेशन कब, किस समय, किस फॉर्मेट में, तथा उस इंफॉर्मेशन में क्या भेजा गया है। इस सब का एक रिकॉर्ड ईमेल के सर्वर पर रहता है। इसे आप कभी भी अपने ई-मेल को ओपन करके चेक कर सकते हैं।

Fast Process दोस्त पुराने समय में जब हम पत्र लिखकर एक दूसरे को संदेश भेजते थे उस संदेश में काफी लंबा समय लग जाता था। कभी-कभी तो एक चिट्ठी का जवाब आने में 1 से 2 साल तक भी लग जाते थे।

लेकिन ईमेल के माध्यम से यह सब कुछ बहुत ही फास्ट हो गया है। अब हम कुछ सेकेंड के अंदर दुनिया के किसी भी कोने में मैसेज भेज सकते हैं और दुनिया के किसी भी कोने से मैसेज रिसीव भी कर सकते हैं।

Conclusion

दोस्ती इस आर्टिकल के माध्यम से हमने देखा कि ईमेल क्या है और ईमेल आईडी क्या होती है?। ईमेल आईडी के मुख्य बाद कौन-कौन से होते हैं? तथा ईमेल आईडी कैसे काम करती है?

और मैं उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छे से समझ में आ गई होगी। अगर आपको ईमेल क्या है इससे संबंधित कुछ और सवाल पूछने हैं तो आप हमसे कमेंट करके भी पूछ सकते हैं या फिर आप चाहे तो हमारे कॉन्टैक्टर्स पेज पर जाकर हम से कांटेक्ट भी कर सकते हैं।

क्या एक इंसान एक से ज़्यादा ईमेल आईडी बना सकता है?

हां एक इंसान एक से ज्यादा ईमेल आईडी बना सकता है। आप चाहे तो अपने प्रोफेशन के हिसाब से अलग-अलग ईमेल आईडी बना सकते हैं। आप अपनी स्कूल या कॉलेज से रिलेटेड ईमेल आईडी अलग रख सकते हैं और अपने बिजनेस तथा कैरियर से संबंधित ईमेल आईडी अलग रख सकते हैं।

क्या दो ईमेल आईडी में एक फोन नंबर इस्तेमाल किया जा सकता है?

जी हां बिल्कुल आप एक फोन नंबर को एक से ज्यादा ईमेल आईडी में इस्तेमाल कर सकते हैं। फोन नंबर का इस्तेमाल आपके अकाउंट की सिक्योरिटी तथा पासवर्ड रिसेट करने के लिए किया जाता है।

क्या ईमेल आईडी बनाना फ्री होता है?

हां ईमेल आईडी बनाना बिल्कुल फ्री होता है इसके लिए आपसे कोई भी चार्ज नहीं दिया जाता है। ईमेल आईडी में आपको गूगल के द्वारा या किसी दूसरी कंपनी के द्वारा बहुत सारा फ्री स्पेस दिया जाता है।
अगर हम जीमेल की बात करें तो यहां पर आपको लगभग 15 जीबी फ्री डाटा मिलता है जो कि जल्दी से खत्म ही नहीं होता है।

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