व्यंजन किसे कहते हैं? | Vyanjan kise kahate hain
यह वर्ण का वह प्रकार है जिसका निर्माण स्वरों की सहायता से होता है। इस कारण इसे अस्वतंत्र कहा जाता है। यदि व्यंजन से स्वर को निकाल दिया जाए तो उसे स्वर रहित कहते हैं। और वाक्य के स्वर रहित रूप को ही शुद्ध कहा जाता है।
व्यंजनों के प्रकार | Types of Consonants
मुख्य रूप से व्यंजनों के तीन प्रकार होते हैं तथा उनके कुल 5 प्रकार होते हैं।
1. स्पर्श व्यंजन
ऐसे व्यंजन जिनके उच्चारण के दौरान मुख्य का कोई ना कोई अंग स्पर्श होता है उन्हें स्पर्श व्यंजन कहते हैं. स्पर्श व्यंजनों की संख्या 25 होती है.
च वर्ग से प वर्ग तक के सभी व्यंजन स्पर्श व्यंजन कहलाते है।
2. अन्तषठ व्यंजन
इनकी संख्या चार होती है।
- य
- र
- ल
- व
अर्ध स्वर: य, व
लुठित व्यंजन: र
पार्श्व व्यंजन: ल
3. ऊष्म व्यंजन
इनकी संख्या चार होती है।
- स,
- श,
- ष,
- ह
4. संयुक्त व्यंजन
ऐसी व्यंजन जिनका निर्माण दो व्यंजनों की सहायता से होता है उन्हें संयुक्त व्यंजन कहते हैं। इनकी संख्या चार होती है:
- क्ष = क + र
- त्र = त + र
- ज्ञ = ज + य
- श्र = श + र
5. उक्षिप्त व्यंजन
ये संख्या में दो होते हैं।
- ढ
- ड़
उक्षिप्त व्यंजन के द्वारा शब्द का निर्माण
1. नियम
किसी भी शब्द के प्रारंभ में उचित व्यंजन का प्रयोग नहीं होता है.
इनके उदाहरण इस प्रकार हैं: ढोल, डोर, ढोलकिया.
2. नियम
ऐसे शब्द जो अंग्रेजी भाषा के हैं उनमें कभी भी उचित व्यंजन का प्रयोग नहीं होता है.
उदाहरण: रोड
3. नियम
उन्ही शब्दों में उचित व्यंजन का प्रयोग होता है जो शब्द के मध्य आया अंत में होता है.
उदाहरण: पढ़ाई, लड़ाई, रूढ़।
लुंठित व्यंजन में र का प्रयोग हिंदी में चार प्रकार से होता है। इनके उदाहरण इस प्रकार हैं:
- कर्म
- क्रम
- करम
- राष्ट्र
र का वह प्रयोग जो सिरा रेखा के उपर लगता है वह आधा र होता है। इस कारण इसे स्वर रहित र वोलते है।
व्यंजन गुच्छ
ऐशे शब्द जिनका निर्माण अलग अलग जाती के व्यंजनो से होता है उनको व्यंजन गुच्छ कहा जाता है।
व्यंजन गुच्छ के उधारण:
- परित्याग
- हमारा
- अपराधी
- स्कूल
दिल्ली व्यंजन गुच्छ में नही आते हैं।