यहाँ पर हम कृत प्रत्यय के उदाहरण (Krit Pratyay Ke Udaharan) और कृत प्रत्यय किसे कहते है को विस्तार से पढ़ेंगे।
कृत प्रत्यय किसे कहते हैं?
ऐसे शब्द जो धातु के साथ जुड़कर संज्ञा और विशेषण शब्दों का निर्माण करते है उन्हें कृत प्रत्यय कहते है।
नोट: क्रिया के साथ कभी प्रत्यय नही जुड़ते है।
हमेशा ये हमेशा धातु रूप में जुड़ते है और संज्ञा तथा विशेषण का निर्माण करते हैं।
कृत प्रत्यय धातु के अंत में जुड़ते है इसलिए इनको क्रदंत भी कहते हैं।
कृत प्रत्यय के उदाहरण
- अक्कड़,
- आई,
- आलू,
- आऊ,
- अंकू,
- आका,
- आका,
- आन,
- आनी,
- आप,
- आवट,
- आवना,
- आवा,
- आहट,
- इयल,
- इया,
- उ,
- ऐया,
- एड़ा,
- ओतु,
- औना,
- आवनी,
- क,
- का,
- की,
- गी,
- त,
- ता,
- ती,
- न,
- ना,
- नी,
- वन,
- वाँ,
- वाला,
- वैया,
- सार,
- हारा,
- हार
कृत प्रत्यय के 10 उधारण और उनसे बने शब्द
धातु में कृत प्रत्यय जोड़कर बने शब्द।
धातु + प्रत्यय = शब्द
- भल + आई = भलाई
- पा + आवना = पावना
- समझ + औता = समझौता
- बैठ + क = बैठक
- चाट + नी = चाटनी
- पीस + औनी = पिसौनी
- झूल + आ = झूला
- कस + औटी = कसौटी
- बेल + ना = बेलना
- बेल + नी = बेलनी
- खेल + आड़ी = खिलाड़ी
- बढ़ + इया = बढ़िया
- मर + इयल = मरियल
- भाग + ओड़ा = भगोड़ा
- सुहा + वना = सुहावना
- मिल + सार = मिलनसार
- पढ़ + ता = पढ़ता
- मर + ता = मरता
- लिख + आ = लिखा
- धो + आ = धोया
- गा + आ = गाया
- सो + ता = सोता
- सूच + अना = सूचना
- उड़ + आन = उड़ान
- ढल + आन = ढलान
- रत + अंत = रटंत
Tags:
Vyakaran