प्यारे विद्यार्थियों आज हम विकारी शब्द किसे कहते हैं? (Vikari Shabd Kise Kahate Hain), विकारी शब्द कितने प्रकार के होते हैं तथा विकारी शब्द के उधारण भी देखेंगे।
Vikari Shabd विकारी शब्द किसे कहते हैं?
हिंदी भाषा में विकार का शाब्दिक अर्थ होता है परिवर्तन। यानी की परिवर्तन शील शब्दों को विकारी शब्द कहते हैं।
जो शब्द लिंग, बचन, काल, तथा कारक के बदलने के साथ बादल जाते है उन्हें विकारी शब्द कहते है।
Vikari Shabd Kise Kahate Hain
Jo shabd ling, bachan, kaal, tatha Karak ke vikar ke anushar apna roop badal lete unhe vikari shabd kahate. Inka swaroop vakya ke anushaar badal jata hai.
विकारी शब्द की परिभाषा
जिन शब्दों का कोई स्थाई रूप ना हो तथा उनमें लिंग वचन काल और कारक के आधार पर विकार उत्पन्न होता हो उन्हें विकारी शब्द कहते हैं.
vikari shabd को समझने के लिए मैं आपको कुछ उदाहरण दे रहा हूं जो कि इस प्रकार हैं:
- मैं घर जा रहा हूं.
- मुझे घर जाना है.
- मेरे घर जाने का समय हो रहा है.
यहां पर हमने 3 वाक्यों में एक ही शब्द को तीन प्रकार से प्रयुक्त किया है:
- मैं
- मुझे
- मेरा
जहां पर अगर देखा जाए तो मुख्य शब्द में समय तथा कारक के अनुसार परिवर्तन हुआ है. अतः यह एक विकारी शब्द है.
इसी प्रकार से जो अन्य शब्द है जिनमें समय के साथ-साथ काल और वचन के साथ-साथ विकार उत्पन्न हो जाते हैं उन्हें विकारी शब्द कहा जाता है.
विकारी शब्द के उधारण
विकारी शब्द के अन्य उदाहरण कुछ इस प्रकार हैं:
- अच्छा
- कुत्ता
- घोड़ा
- बंदर
- केला
- हमें
- बच्चा
- विद्वान
- बड़ा
- छोटा
इन सभी शब्दों को लिंग वचन काल तथा कारक के आधार पर दूसरे शब्दों में बदलकर प्रयोग किया जाता है।
यदि हम किसी एक इंसान के लिए बात करते हैं तो उसे अच्छा इंसान कहेंगे लेकिन यदि हम कई सारे इंसान की बात कर रहे हैं तो हम कहेंगे कि यह बहुत अच्छे इंसान हैं। तो यहां पर हमने अच्छा शब्द को बचन केयर आधार पर बदल दिया है।
कुत्ता एक वफादार जानवर है और हमें आवारा कुत्तों से सावधान रहना चाहिए। यहां पर कुत्ता शब्द वचन के आधार पर परिवर्तित हो रहा है अतः यह भी एक विकारी शब्द है।
ठीक इसी प्रकार अन्य शब्द भी लिंग, बचन, काल और कारक के अनुशार बादल जाते है। अतः ये सभी विकारी शब्द हैं।
विकारी शब्द के प्रकार
विकारी शब्द चार प्रकार के होते हैं:
- संज्ञा
- सर्वनाम
- क्रिया
- विशेषण
संज्ञा
किसी व्यक्ति वस्तु अथवा स्थान के नाम को संज्ञा कहते हैं जैसे कि राम, रामायण, भारत, इत्यादि।
सर्वनाम
जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त किए जाते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं जैसे कि वह, हम, तुम, इत्यादि।
क्रिया
जिन शब्दों के द्वारा किसी काम के होने का बोध होता है उसको क्रिया कहते हैं। जैसे हसना, रोना, सोना, जाना, इत्यादि।
विशेषण
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं उनको विशेषण कहते हैं। जैसे ऊँचा पर्वत, महान आदमी, धार्मिक ग्रंथ इत्यादि।