स्वर संधि के 10 उधारण, स्वर संधि के 20 उधारण, स्वर संधि के 50 उधारण, स्वर संधि के 100 उधारण, Swar Sandhi ke udharan, Swar sandhi ke 100 udharan, swar sandhi ke 20 udharan, swar sandhi ke 20 udharan स्वर संधि के 5 उधारण.
स्वर संधि
स्वर के बाद स्वर आने से नए शब्द में जो परिवर्तन होता है अर्थात् दो स्वरो के मेल से संयुक्त शब्द में जो विकार उत्पन्न होता है उसको स्वर संधि कहते है।
स्वर संधि कि परिभाषा
दो स्वरो के मेल से संयुक्त शब्द में जो विकार उत्पन्न होता है उसको स्वर संधि कहते है।
स्वर संधि के उधारण
जैसे:
सूर्य + अस्त = सूर्यास्त
महा + आत्मा = महात्मा
स्वर संधि के भेद
स्वर संधि के पाँच भेद होते है:
- दीर्घ संधि
- गुण संधि
- वृद्धि संधि
- यण संधि
- अयादि संधि
स्वर संधि के 100 उधारण (Swar sandhi ke Udharan)
स्वर संधि के उधारण (swar sandhi ke udharan) को हम अलग-अलग भागो में देखेंगे:
स्वर संधि के 5 उधारण
- (अ + अ = आ) धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
- (अ + आ = आ) हिम + आलय = हिमालय
- (आ + अ = आ) विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
- (आ + आ = आ) विद्या + आलय = विद्यालय
- (इ + इ = ई) रवि + इंद्र = रवींद्र, मुनि + इंद्र = मुनींद्र
स्वर संधि के 10 उधारण
- (इ + ई = ई) गिरि + ईश = गिरीश, मुनि + ईश = मुनीश ।
- (ई + इ = ई) मही + इंद्र = महींद्र, नारी + इंदु = नारींदु ।
- (ई + ई = ई) नदी + ईश = नदीश मही + ईश = महीश ।
- (उ + उ = ऊ) भानु + उदय = भानूदय, विधु + उदय = विधूदय ।
- (उ + ऊ = ऊ) लघु + ऊर्मि = लघूर्मि, सिधु + ऊर्मि = सिंधूर्मि ।
- (ऊ + उ = ऊ) वधू + उत्सव = वधूत्सव, वधू + उल्लेख = वधूल्लेख ।
- (ऊ + ऊ = ऊ) भू + ऊर्ध्व = भूर्ध्व, वधू + ऊर्जा = वधूर्जा ।
- (अ + इ = ए) नर + इंद्र = नरेंद्र ।
- (अ + ई = ए) नर + ईश = नरेश ।
- (आ + इ = ए) महा + इंद्र = महेंद्र ।
स्वर संधि के 20 उधारण
- (आ + ई = ए) महा + ईश = महेश
- (अ + ई = ओ) ज्ञान + उपदेश = ज्ञानोपदेश ।
- (आ + उ = ओ) महा + उत्सव = महोत्सव ।
- (अ + ऊ = ओ) जल + ऊर्मि = जलोर्मि ।
- (आ + ऊ = ओ) महा + ऊर्मि = महोर्मि ।
- (अ + ऋ = अर्) देव + ऋषि = देवर्षि ।
- (आ + ऋ = अर्) महा + ऋषि = महर्षि ।
- (अ + ए = ऐ) एक + एक = एकैक ।
- (अ + ऐ = ऐ) मत + ऐक्य = मतैक्य ।
- (आ + ए = ऐ) सदा + एव = सदैव ।
- (आ + ऐ = ऐ) महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्य ।
- (अ + ओ = औ) वन + ओषधि = वनौषधि ।
- (आ + ओ = औ) महा + औषधि = महौषधि ।
- (अ + औ = औ) परम + औषध = परमौषध ।
- (आ + औ = औ) महा + औषध = महौषध ।
- (इ + अ = य् + अ) यदि + अपि = यद्यपि ।
- (ई + आ = य् + आ) इति + आदि = इत्यादि ।
- (ई + अ = य् + अ) नदी + अर्पण = नद्यर्पण ।
- (ई + आ = य् + आ) देवी + आगमन = देव्यागमन ।
- (उ + अ = व् + अ) अनु + अय = अन्वय ।
स्वर संधि के 8 उधारण
- (उ + आ = व् + आ) सु + आगत = स्वागत ।
- (उ + ए = व् + ए) अनु + एषण = अन्वेषण ।
- (ऋ + अ = र् + आ) पितृ + आज्ञा = पित्राज्ञा ।
- (ए + अ = अय् + अ) ने + अन = नयन ।
- (ऐ + अ = आय् + अ) गै + अक = गायक ।
- (ओ + अ = अव् + अ) पो + अन = पवन ।
- (औ + अ = आव् + अ) पौ + अक = पावक ।
- (औ + इ = आव् + इ) नौ + इक = नाविक ।
स्वर संधि के 100 उधारण
दीर्घ संधि के 50 उदाहरण
1. अ + अ = आ
- धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
- दीप + अवली = दीपावली
- मत + अनुसार = मतानुसार
- परम + अर्थ = परमार्थ
- राम + अवतार = रामावतार
2. अ + आ = आ
- देव + आलय = देवालय
- भोजन + आलय = भोजनालय
- देव + आगमन = देवागमन
- स + आकार = साकार
- हिम + आलय = हिमालय
3. आ + अ = आ
- विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
- सीमा + अंत = सीमांत
- शिक्षा + अर्थी = शिक्षार्थी
- रेखा + अश = रेखांश
4. आ + आ = आ
- विद्या + आलय = विद्यालय
- वार्ता + आलाप = वार्तालाप
- दया + आनंद = दयानंद
- विद्या + आनंद = विद्यानंद
5. इ + इ = ई
- कवि + इंद्र = कवींद्र
- गिरि + इंद्र = गिरींद्र
- रवि + इंद्र = रवींद्र
- मुनि + इंद्र = मुनींद्र
6. इ + ई = ई
- कपि + ईश = कपीश
- रवि + ईश = रवीश
- गिरि + ईश = गिरीश
- कवि + ईश = कवीश
7. ई + इ = ई
- लक्ष्मी + इच्छा = लक्ष्मीच्छा
- मही + इंद्र = महींद्र
- शची + इंद्र = शचींद्र
- नारी + इंदु = नारींदु
8. ई + ई = ई
- मही + ईश = महीश
- नदी + ईश = नदीश
- रजनी + ईश = रजनीश
- मही + ईश = महीश
9. उ + उ = ऊ
- भानु + उदय = भानूदय
- लघु + उत्तर = लघूत्तर
- गुरु + उपदेश = गुरूपदेश
- सु + उक्ति = सूक्ति
10. उ + ऊ = ऊ
- लघु + ऊर्मि = लघूर्मि
- मधु + ऊष्मा = मधूष्मा
- सिंधु + ऊर्मि = सिंधूर्मि
- भानु + ऊर्जा = भानूर्जा
11. ऊ + उ = ऊ
- वधू + उत्सव = वधूत्सव
- भू + उद्धार = भूद्धार
- वधू + उल्लास = वधूल्लास
12. ऊ + ऊ = ऊ
- वधू + ऊर्जा = वधूर्जा
- भू + ऊर्जा = भूर्जा
- भू + ऊर्ध्व = भूर्ध्व
गुण संधि के 2 तो तुम पूछना चाहते हो0 उदाहरण
(i) अ + इ = ए
- वीर + इंद्र = वीरेंद्र
- नर + इंद्र = नरेंद्र
- देव + इंद्र = देवेंद्र
(ii) अ + ई = ए
- परम ईश्वर = परमेश्वर
- नर + ईश = नरेश
- देव + ईश = देवेश
(iii) आ + इ = ए
- रमा + इंद्र = रमेंद्र
- राजा + इंद्र = राजेन्द्र
(iv) आ + ई = ए
- रमा + ईश = रमेश
- राजा + ईश = राजेश
- महा + ईश = महेश
(v) अ + उ = ओ
- हित + उपदेश = हितोपदेश
- ज्ञान + उपदेश = ज्ञानोपदेश
- लोक + उक्ति = लोकोक्ति
(vi) अ + ऊ = ओ
- सूर्य + ऊष्मा = सूर्योष्मा
- नव + ऊढ़ा = नवोढ़ा
- सूर्य + ऊर्जा = सूर्योर्जा
(vii) आ + उ = ओ
- महा + उदय = महोदय
- महा + उदधि = महोदधि
(viii) आ + ऊ = ओ
- महा + उर्मि = महोर्मि
- यमुना + ऊर्मि = यमुनोर्मि
(ix) अ + ऋ = अर्
- सप्त + ऋषि = सप्तर्षि
- देव + ऋषि = देवर्षि
- वसंत + ऋषि = वसंतर्तु
(x) आ + ऋ = अर्
- राजा + ऋषि = राजर्षि
- वर्षा + ऋतु = वर्षर्तु
वृद्धि संधि के 20 उदाहरण
(i) अ + ए = ऐ
- लोक + एषणा = लोकैषणा
- एक + एक = एकैक
(ii) अ + ऐ = ऐ
- मत + ऐक्य = मतैक्य
- परम + ऐश्वर्य = परमैश्वर्य
(iii) आ + ए = ऐ
- तथा + एवं = तथैव
- सदा एव = सदैव
(iv) आ + ऐ = ऐ
- राजा + ऐश्वर्य = राजैश्वर्य
- माता + ऐश्वर्य = मातैश्वर्य
(v) अ + ओ = औ
- दंत + ओष्ठ = दंतौष्ठ
- जल ओध = जलौध
(vi) अ + औ = औ
- परम + औषध = परमौषध
- वन + औषध = वनौषध
(vii) आ + ओ = औ
- महा ओज = महौज
- महा + ओजस्वी = महौजस्वी
(viii) आ + औ = औ
- महा + औषध = महौषध
- महा + औदार्य = महौदार्य
यण संधि के 20 उदाहरण
(i) इ / ई + भिन्न स्वर = य
- अति + आवश्यक = अत्यावश्यक
- नदी + अर्पण = नद्यार्पण
- नदी + आगमन = नद्यागमन
- अति + अंत = अत्यंत
- दासी + अपराध = दास्यपराध
- देवी + अर्पण = देव्यर्पण
- परि + आवरण = पर्यावरण
- नदी + उद्गम = नद्युद्गम
- नदी + उर्मि = नद्यूर्मि
- देवी + ऐश्वर्य = देव्यैश्वर्य
(ii) उ / ऊ + भिन्न स्वर = व
- सु + इच्छा = स्वेच्छा
- अनु + इत = अन्वित
- सु + आगत = स्वागत
- वधू + आगमन = वध्वागमन
- अनु + इति = अन्विति
- अनु + इत = अन्वित
(iii) ऋ + भिन्न स्वर = र
- पितृ + इच्छा = पित्रिच्छा
- मातृ + उपदेश = मात्रुपदेश
- पितृ + उपदेश = पित्रुपदेश
- मातृ + अनुमति = मात्रनुमती
अयादि संधि के 10 उदाहरण
(i) ए + भिन्न स्वर = अय
- शे + अन = शयन
- चे + अन = चयन
(ii) ऐ + भिन्न स्वर = आय
- नै + इका = नायिका
- गै + इका = गायिका
(iii) ओ + भिन्न स्वर = अव
- भो + अन = भवन
- पो + इत्र = पवित्र
(iv) औ + भिन्न स्वर = आव
- नौ + इक = नाविक
- भौ + उक = भावुक